Thursday, June 11, 2015

ratn bhavishyavani

||  रत्न भविष्यवाणी  ||
रत्न क्या हैं?
प्राचीन काल से रत्नों का उपयोग आध्यात्मिक क्रियाकलापों और उपचार के लिए किया जाता रहा है। हालाँकि रत्न कठिनाई से मिलते थे और बहुत सुन्दर होते थे, लेकिन उनके बहुमूल्य होने का प्रमुख कारण पहनने वाले को उनसे हासिल होने वाली शक्तियाँ थीं। रत्न शक्तियों के भण्डार की तरह हैं, जिनका असर स्पर्श के माध्यम से शरीर में जाता है। रत्नों का असर धारण करने वाले पर सकारात्मक या नकारात्मक रूप से हो सकता है – यह इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें किस तरह उपयोग में लाया जाता है। सभी रत्नों में अलग-अलग परिमाण में चुम्बकीय शक्तियाँ होती हैं, जिनमें से कई उपचार के दृष्टिकोण से हमारे लिए बेहद लाभदायक हैं। ये रत्न ऐसे स्पन्दन पैदा करते हैं, जिनका हमारे पूरे अस्तित्व पर बहुत गहरा असर होता है। आइए, देखें कि आपके लिए रत्न-विचार किस प्रकार है।
आपका जीवन रत्न
जीवन-रत्न लग्न के स्वामी का रत्न है। इस रत्न की रहस्यमयी शक्तियों का अनुभव करने के लिए इसे जीवन भर धारण किया जा सकता है। जीवन रत्न धारण करना सारी बाधाएँ मिटा सकता है और जातक को प्रसन्न, सफल व समृद्ध कर सकता है। सामान्यतः इसे व्यक्ति की सर्वांगीण उन्नति के लिए धारण किया जाता है। इसके ब्रह्माण्डीय तरंगें व्यक्ति के सम्पूर्ण अस्तित्व को प्रभावित करती हैं।
सुझाव
रत्न-सुझाव
पन्ना
रत्न की गुणवत्ता
1.5 रत्ती
धारण करने के नियम
स्वर्ण धातु, अनामिका अंगुली में या कनिष्ठिका अंगुली में
रत्न-धारण का मंत्र
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:
आपका पुण्य-रत्न
जीवन परिश्रम और भाग्य का बढ़िया सम्मिश्रण है। अपना पुण्य-रत्न धारण करके भाग्य को अपने हित में कार्य करने दें। व्यक्ति का पुण्य-रत्न वह होता है, जो उस व्यक्ति के सौभाग्य को आकर्षित करके उसके जीवन में सुखद आश्चर्य घोलता रहता है। हमारे अनुसार आपका पुण्य-रत्न है -
सुझाव
रत्न-सुझाव
नीलम
रत्न की गुणवत्ता
2 रत्ती
धारण करने के नियम
स्वर्ण धातु, मध्यमा अंगुली में
रत्न-धारण का मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:
आपका भाग्य-रत्न
भाग्य-रत्न का निर्धारण नवम भाव के स्वामी के आधार पर किया जाता है। जब आपको वाक़ई भाग्य की आवश्यकता होती है, यह रत्न उस समय नियति को आपके पक्ष में करता है। व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में यह सकारात्मकता प्रवाहित करता है। आपकी समृद्धि के मार्ग में जो भी बाधाएँ हों, भाग्य-रत्न उन्हें दूर करने का कार्य करता है।
सुझाव
रत्न-सुझाव
हीरा
रत्न की गुणवत्ता
1 रत्ती
धारण करने के नियम
स्वर्ण धातु या चाँदी धातु, मध्यमा अंगुली में
रत्न-धारण का मंत्र
ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
आवश्यक जानकारी
रत्न-धारण करते समय कुछ बातों का सदैव ध्यान रखें। केवल असली रत्न ही ख़रीदें, क्योंकि नक़ली रत्न धारण करने से उनका कोई प्रभाव नहीं होता है। साथ ही आपको उस वज़न का रत्न धारण करना चाहिए, जिसका सुझाव दिया गया हो। इसे प्रायः "रत्ती" के माध्यम से इंगित किया जाता है। आज-कल बाज़ार नक़ली रत्नों से भरे पड़े हैं। अपने पाठकों की सहायता के लिए एस्ट्रोकैम्प/ऐस्ट्रोसेज आपके लिए असली रत्नों का संग्रह लाया है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ क्लिक करें।
रत्न ख़रीदने के लिए, कृपया रत्न एस्ट्रो शॉप देखें
हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों द्वारा रत्न-संबंधित सलाह लेने के लिए कृपया "रत्न-विचार" पृष्ठ देखें

No comments:

Post a Comment