|| नक्षत्र क्या है? ||
नक्षत्र क्या है?
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हिन्दू पंचांग हिन्दू समाज द्वारा माने जाने वाला कैलेंडर है। इसके भिन्न-भिन्न रूप मे यह लगभग पूरे भारत मे माना जाता है। पंचांग नाम पांच प्रमुख भागो से बने होने के कारण है, यह है: पक्ष, तिथी, वार, योग और कर्ण। एक साल मे १२ महीने होते है। हर महिने मे १५ दिन के दो पक्ष होते है, शुक्ल और कृष्ण।पंचांग (पंच + अंग = पांच अंग) हिन्दू काल-गणना की रीति से निर्मित पारम्परिक कैलेण्डर या कालदर्शक को कहते हैं। पंचांग नाम पाँच प्रमुख भागों से बने होने के कारण है, यह है- तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इसकी गणना के आधार पर हिंदू पंचांग की तीन धाराएँ हैं- पहली चंद्र आधारित, दूसरी नक्षत्र आधारित और तीसरी सूर्य आधारित कैलेंडर पद्धति। भिन्न-भिन्न रूप में यह पूरे भारत में माना जाता है। |
आपका नक्षत्र
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आपका नक्षत्र: आश्लेषा आपका नक्षत्र चरण: 3 |
आश्लेषा नक्षत्र फल बृहत जातक के अनुसार
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Aslesha-Dissimulator, clever in selfishness, sinful, ungrateful and a cheat. |
|| आपका लग्न ||
लग्न क्या है?
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वैदिक ज्योतिष में लग्न का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। बालक के जन्म के समय में जो राशि पूर्वीय क्षितिज पर उदित होती है। वह राशि लग्न राशि कहलाती है। तथा यह राशि जिस भाव में पड़ती है। वह भाव लग्न भाव कहलाता है। लग्न ज्योतिष से एक व्यक्ति के जीवन की सूक्ष्मतम घटनाओं का अध्ययन करने में सहायता मिलती है। जबकि दैनिक, साप्ताहिक, मासिक और वार्षिक भविष्वाणियां चन्द्र राशि और सूर्य राशि पर आधारित होती है। आपका लग्न है: टपतहव |
स्वास्थ्य टपतहव लग्न के लिए
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स्वभाव और व्यक्तित्व टपतहव लग्न के लिए
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शारीरिक रूप-रंग टपतहव लग्न के लिए
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