Thursday, June 11, 2015

lal kitab varsh fal

||  वर्षफल  विवरण  ||
वर्षफल  वर्ष  2015
जन्म वर्ष
पुस्र्ष  लिंग पुस्र्ष 
19/4/1967 जन्म दिनांक 19/4/2015 
16:22:0 जन्म समय 23:42:0 
ॅमकदमेकंल जन्म दिन रविवार 
Vadodara  जन्म स्थान Vadodara 
 देश  
22 अक्षांश 22 
73  रेखांश 73 
00 : 37 : 11  स्थानीय समय संशोधन 00 : 37 : 11 
00 : 00 : 00  युद्ध कालिक संशोधन 00 : 00 : 00 
15:44:48 स्थानीय औसत समय 23:4:48 
06 : 14 : 31  सूर्योदय 06 : 14 : 14 
18 : 58 : 28  सूर्यास्त 18 : 58 : 38 
टपतहव  लग्न धनु 
डम्त्  लग्नस्वामी गुरू 
ब्ंदबमत  राशि मेष 
डव्छ  राशि स्वामी मंगल 
।ैभ्स्म्ैभ्।  नक्षत्र भरणी 
डम्त्  नक्षत्र स्वामी शुक्र 
ळ।छक्।  योग प्रीति 
ज्म्ज्प्स्  करण बालव 
।तपमे  सूर्य राशि (पाश्‍चात्य) मेष 
023-23-59  अयनांश 024-04-13 
लाहिरी  अयनांश नाम लाहिरी 
 

वर्षफल कुण्डली एवं तालिका

ताजिक वर्षफल कुण्डली

         
          
         
            
            
            
       
            
            
          
         
          
            
        
            
            


वर्षफल तालिका

ग्रह  राशि  रेखांश 
लग्न  धनु  09-08-26 
सूर्य  मेष  05-18-32 
चंद्र  मेष  18-30-37 
मंगल  मेष  19-54-32 
बुध  मेष  15-55-44 
गुरु  कर्क  18-41-26 
शुक्र  वृषभ  15-21-47 
शनि  वृश्चिक  09-48-09 
राहु  कन्या  15-06-09 
केतु  मीन  15-06-09 
यूरेनस  मीन  23-13-17 
नेपच्यून  कुंभ  14-56-01 
प्लूटो  धनु  21-20-05 

मुन्था :10  भाव
आपको कॅरिअर में बेहतर अवसर मिलेगे। इसके अलावा जमीन व वाहन की प्राप्ति होगी। आराम की वस्तुओं का उपभोग करेंगे। उच्च पदों से सहयोग मिलेगा और आपके पद व मान में बढोत्तरी होगी। आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी।

वर्षफल  सहम

सहम अंश ग्रह
पुण्य वृश्चिक 25 . 56 . 21 मंगल
शिक्षा मकर 22 . 20 . 31 शनि
लोकप्रियता और प्रसिद्धि वृषभ 16 . 23 . 21 शुक्र
मित्र मीन 18 . 57 . 36 गुरू
पिता वृषभ 04 . 38 . 49 शुक्र
माता कुंभ 05 . 59 . 35 शनि
जीवन सिंह 18 . 01 . 42 सूर्य
कर्ण धनु 05 . 09 . 38 गुरू
मृत्यु मीन 04 . 19 . 46 गुरू
विदेश यात्रा वृषभ 20 . 45 . 58 शुक्र
धन-सम्पत्ति कुंभ 12 . 22 . 33 शनि
व्यभिचार कुंभ 19 . 11 . 40 शनि
बीमारी सिंह 29 . 46 . 14 सूर्य
वैकल्पिक व्यवसाय सिंह 00 . 25 . 57 सूर्य
वाणिज्‍य मकर 11 . 43 . 19 शनि
कार्य सिद्धि तुला 28 . 37 . 00 शुक्र
विवाह मिथुन 14 . 42 . 04 बुध
संतान कन्या 06 . 22 . 44 बुध
प्रेम कुंभ 05 . 32 . 36 शनि
व्यापार मकर 13 . 07 . 13 शनि
शत्रु कर्क 29 . 02 . 03 चंद्र
कारावास वृश्चिक 23 . 00 . 13 मंगल
वित्तीय लाभ वृश्चिक 12 . 17 . 16 मंगल


मुद्दा  विंशोत्तरी दशा

ग्रह से आरंभ करके तक
सूर्य 19/4/2015 08/05/2015
चंद्र 08/05/2015 07/06/2015
मंगल 07/06/2015 28/06/2015
राहु 28/06/2015 22/08/2015
गुरु 22/08/2015 10/10/2015
शनि 10/10/2015 07/12/2015
बुध 07/12/2015 27/01/2016
केतु 27/01/2016 18/02/2016
शुक्र 18/02/2016 19/04/2016


पंचाधिकारी

स्वामी ग्रह
मुन्था स्वामी बुध
जन्म लग्न स्वामी बुध
वर्ष लग्न स्वामी गुरु
त्रिराशी स्वामी शनि
दिनरात्रि स्वामी मंगल

वर्ष  विवरण

शीर्षक विवरण
वर्षप्रवेश दिनांक 19/04/2015
वर्षप्रवेश समय 23:41:59
मुन्था राशि कन्या
घर में मुन्था 10
जन्म कुण्डली में मुन्था 1


मुद्दा  योगिनी दशा

दशा ग्रह से आरंभ करके तक
भ्रामरी मंगल 19/4/2015 30/05/2015
भद्रिका बुध 30/05/2015 20/07/2015
उल्का शनि 20/07/2015 19/09/2015
सिद्धा शुक्र 19/09/2015 29/11/2015
संकटा राहु 29/11/2015 18/02/2016
मंगला चंद्र 18/02/2016 28/02/2016
पिंगला सूर्य 28/02/2016 19/03/2016
धन्य गुरु 19/03/2016 18/04/2016

वर्षफल  भविष्यफल

अप्रैल 19, 2015 - मई 08, 2015 दशा सूर्य
सूर्य भाव संख्या 5 में
इस अवधि में आप जीवन का बड़े उत्साह और उल्लास से स्वागत करेंगे प्रणय प्रेम संबंधों के लिये यह समय श्रेयस्कर नहीं है। बहुत अधिक सोच विचार हानिकर हो सकता है इसलिये इससे आप बचें। अचानक यात्रा की संभावना भी हो सकती है।

मई 08, 2015 - जून 07, 2015 दशा चंद्र
चंद्र भाव संख्या 5 में
यह वह समय है जब आपकी योजनाएं सफलीभूत होंगी। अपनी सृजनात्मक बुद्धि के कारण आप सफल होंगे। प्रणय एवम् प्रेम संबंधों के लिहाज से भी यह अच्छा समय है। आपकी सारी जरूरतें पूर्ण करने के लिये मित्र तत्पर रहेंगे। आपके लेखन की लोग सराहना करेंगे।

जून 07, 2015 - जून 28, 2015 दशा मंगल
मंगल भाव संख्या 5 में
आप सावधान रहें क्योंकि आपकी विवेक बुद्धि में ह्रास संभावित है। स्वास्थ्य एवम् पारिवारिक सदस्यों के कारण परेशानी पैदा होगी। सट्टेबाजी से बचें। कुछ ऐसे खर्चे भी करने पड़ेंगे जिनके कारण आपके नियंत्रण से बाहर होंगे। मित्र एवम् सहयोगियों से निराशा पायेंगे। यात्रा से थकान होगी।

जून 28, 2015 - अगस्त 22, 2015 दशा राहु
राहु भाव संख्या 10 में
इस अवधि के दौरान आपका अपने प्रति विश्वास बहुत बढ़ा चढ़ा रहेगा। आप निडर संघर्षप्रेमी और झगड़े झंझट से डरने वाले नहीं होंगे। आपकी मेहनत और कर्मठता से व्यापार धंधे में विकास होगा। वरिष्ठ लोगों और सत्ताधारी व्यक्तियों से आपके संबंध मधुर रहेंगे। साथ ही साथ आपके व्यापारिक क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होगी। एक सोची हुई यात्रा पूरी करने से असीमित लाभ प्राप्त करेंगे। प्रतिस्पर्धा में विजयी रहकर आप अपने शत्रुओं का पराभव कर देंगे। स्वास्थ्य भी बहुत अच्छा रहेगा।

अगस्त 22, 2015 - अक्टूबर 10, 2015 दशा गुरु
गुरु भाव संख्या 8 में
मानसिक चिन्ताओं के कारण तकलीफ होगी। शारीरिक रोग भी घेरे रह सकते हैं। दिमाग को शांति नहीं मिलेगी। परिवार जनों का बर्ताव भी फर्क रहेगा। लेकिन गूढ़ विाान और परामनोविाान में आपकी रूचि जागृत होगी। इन क्षेत्रों के कुछ अनुभव भी प्राप्त होंगे। अचानक धन लाभ होने की भी संभावना है। पूंजी निवेश का प्रयत्न न करें क्योंकि मन चाहा परिणाम प्राप्त नहीं होगा। मित्र व सहयोगी अपना वचन नहीं निभायेंगे। असुरक्षा की भावना सदैंव विद्यमान रहेगी।

अक्टूबर 10, 2015 - दिसम्बर 07, 2015 दशा शनि
शनि भाव संख्या 12 में
इस अवधि में जीवन शक्ति में कमी होने के कारण आप बेहद अशक्त महसूस करेंगे। फालतू के कामों में आप अपनी घ¹र्जा बर्बाद करेंगे। धन हानि होगी। परिवारजनों की बीमारी आपकी मानसिक शांति भंग कर देगी। व्यय करने की प्रवृति बढे़गी। अवांछित स्थान पर आपको निवास करना पड़ सकता है। लेकिन यह इद्रयातीत अनुभव प्राप्त करने के लिये बुरा समय नहीं है। धार्मिक क्रियाकलापों में कुछ समय बिताने की सलाह दी जाती है। सांसारिक मामलों के लिहाज सेयह श्रेष्ठ समय नहीं है।

दिसम्बर 07, 2015 - जनवरी 27, 2016 दशा बुध
बुध भाव संख्या 5 में
इस अवधि में अपनी पैनी विवेक बुद्धि और सही अंदाज लगाने की क्षमता के कारण आप प्रचुर सम्मान प्राप्त करेंगे। आपकी कल्पना अत्यधिक सक्रिय रहेगी। नये उद्यमों में निश्चित सफलता प्राप्त करेंगे। यह समय प्रणय और रोमान्स के लिये भी अच्छा है। आपके सृजन बोध की सराहना की जायेगी। पारिवारिक सुख बढा चढ़ा रहेगा। मित्र और शुभ चिन्तक पूरा सहारा देंगे। इस अवधि के दौरान आप महत्वपूर्ण व्यक्तियों के सम्पर्क में आयेंगे। एक यादगार यात्रा होने की भी संभावना है।

जनवरी 27, 2016 - फरवरी 18, 2016 दशा केतु
केतु भाव संख्या 4 में
इस अवधि के दौरान वैचारिक स्पष्टता का अभाव रहेगा। साधारण रूप से प्रसन्नता नहीं मिलेगी। पारिवारिक वातावरण भी परेशान रखेगा। छोटी छोटी बातों पर झगड़ें और विवाद हो सकते हैं। व्यापार धन्धा भी मन्दा चलेगा। अगर नौकरी करते हैं तो नौकरी के हालात भी संतोषप्रद नहीं होंगे। इस अवधि में आपके शीघ्र व्याधिग्रस्त होने की प्रवृति रहेगी। परिवारजनों की बीमारी चिन्तित रखेगी। वैसे आपका मन धार्मिक क्रिया कलाप की ओर झुका रहेगा और आप पवित्र स्थलों की यात्रा करेंगे।

फरवरी 18, 2016 - अप्रैल 19, 2016 दशा शुक्र
शुक्र भाव संख्या 6 में
इस अवधि में वासनापटक विचार सिर्फ आपको अवसादित ही नहीं करेंगे जलील भी करवा सकते हैं। स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के कारण आपकी नित्यचर्चा में भी व्यवधान उपस्थित हो जायेगा। वैसे नौकरी के हालात अच्छे रहेंगे। यद्यपि काम का बोझ थकाने वाला होगा। स्त्री वर्ग से आपका व्यवहार मधुर नहीं रह पायेगा। विरोधी प्रबल होंगे। विपरीत परिस्थितियों में प्रतिरोधात्मक शक्ति का विकास प्राप्त करने का प्रयत्न करें। भारी व्यय होने की भी संभावना है।

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