Thursday, June 11, 2015

Gochar fal

||  गोचर फल  ||

गोचर चक्र

          
          
       
            
            
            
         
            
            
          
      
           
            
         
            
            
 
सूर्य वृषभ राशि में आपके 9 th भाव में स्थित है
इस अवधि में मिले जुले फल मिलेंगे। लम्बी यात्राएं सफल नहीं होंगी न सफलदायक ही सिद्ध होगी। उच्च पद प्रतिष्ठा प्राप्त लोगों से भेंट होगी और उनकी कृपा रहेगी। माता पिता बीमार रह सकते हैं। धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करेंगे। साख अच्छी रहने से काम भी खूब मिलेगा। रूपये पैसे के लिहाज से भी यह समय अच्छा है।
चंद्र मीन राशि में आपके 7 th भाव में स्थित है
इस अवधि में आपको सम्पती मिलने की संभावना है। पारिवारिक जीवन भी संतोषप्रद रहेगा। भागीदारों या सहयोगियों की संगति से लाभ प्राप्ति की संभावना है। नित्य चर्चा में काफी व्यस्त रहेंगे। सुदूर स्थलों या विदेश से अच्छी खबर मिलेगी। स्वास्थ्य के बारे में सचेत रहें।
मंगल वृषभ राशि में आपके 9 th भाव में स्थित है
बड़े बूढों से सहयोग प्राप्त करेंगे। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएं सफलदायक सिव्द होंगी। आमदनी बढे़गी और आय के नये स्त्रोत प्राप्त होंगे। यद्यापि खर्चे भी बढेंगे लेकिन आमदनी से अधिक नहीं होंगे। सट्टे के द्वारा आय होने की भी संभावना है। इस समय का पूरा सदुपयोग करें।
बुध वृषभ राशि में आपके 9 th भाव में स्थित है
प्रभावशाली वाणी होने के कारण लोगों से आप अपनी बात मनवा लेते हैं। प्रसिद्ध व्यक्तियों के आप सम्पर्क में आयेंगे। आपकी ख्याति और प्रतिष्ठा सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। अपनी बुद्धिमत्ता के कारण आप प्रचुर लाभ पायेंगे। अपने व्यवसाय में आप अच्छा काम करेंगे। यात्रा से निश्चित लाभ प्राप्त करेंगे।
गुरु कर्क राशि में आपके 11 th भाव में स्थित है
इस अवधि मे आप काफी उत्साह सुख पूर्ण होंगे। यह समय बेहद अच्छा बीतेगा। विदेशियों या सुदूर स्थलों पर रहने वाले लोगों से आपके संबंिधत सौमनस्यपूर्ण रहेंगे। नये उद्यमों के साथ आपके सम्बंद्ध रहेंगे। भाई बहन भी इस अवधि में खुशहाल रहेंगे। यदि आप किसी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा में भाग ले रहें हैं तो अवश्य सफल होंगे। इस अवधि के दौरान आप समाधि इत्यादि में दिलचस्पी रखेंगे। आपकी स्पष्ट रूप से वृती दार्शनिक रहेगी।
शुक्र कर्क राशि में आपके 11 th भाव में स्थित है
इस अवधि में आपको हर प्रयास में सफलता मिलेगी। मित्र और सहयोगी आपको पूरा सहयोग देंगे। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं और इच्छाओं की सम्पूर्ति होगी। भाई बहिन भी अपने अपने क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य करेंगे। यात्राओं से लाभ होगा। उच्च कोटि का पारिवारिक सुख प्राप्त करेंगे। परिवार में सदस्यों की बढो़त्तरी होने की संभावना है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाले मित्रों और सहयोगियों से अच्छी पटेगी। खर्चे अधिक होंगे लेकिन आमदनी से पूर पड़ती रहेगी।
शनि वृश्चिक राशि में आपके 3 rd भाव में स्थित है
हर काम को सलीके से करने की आपकी बलवती इच्छा रहेगी। आपका विश्वास बहुत बढ़ा चढ़ा रहेगा। नौकरी व्यापार या व्यवसाय में उत्साहवर्धक परिणाम निश्चित रूप से सामने आएंगें। नए उद्यमों या व्यवसायों में प्रवेश करने का मौका मिलेगा। आमदनी साधारण रूप से अच्छी रहेगी। पारिवारिक वातावरण बड़ा सौहार्दपूर्ण रहेगा। संचार माध्यमों से कोई अच्छी खबर मिल सकती है।
राहु कन्या राशि में आपके 1 st भाव में स्थित है
उल्टी सीधी तरह से काम करने की आपकी प्रवृति होगी। किसी भ्रम में न रहें। इस अवधि में आपको डर सताता रहेगा। आपके अपने लोग बार बार आपको धोखा देंगे। जल्दबाजी या हड़बड़ी से कोई फायदा नहीं होगा। स्त्री वर्ग से आपके संबंध अच्छे नहीं रहेंगे। शीघ्र पैसा बनाने के तरीकों पर अच्छी तरह सोच विचार कर अमल करें। तथ्यजीवी रहें स्मृतिजीवी नहीं। किसी गुप्त रोग के कारण आप परेशान रह सकते हैं।
केतु मीन राशि में आपके 7 th भाव में स्थित है
इस अवधि के दौरान आपको मिले जुले फल मिलेंगे। अचानक भाग्य चमकेगा। आपका सामाजिक क्षेत्र विकसित होगा। प्रणय और प्रेम के लिये यह समय अच्छा नहीं है। प्रेमिका से झगड़े और विवाद होने की पूरी संभावना है। खर्च भी अचानक बहुत बढ़ जायेगा। भ्रमण से कोई विशेष लाभ नहीं होने वाला। जोखिम भरे कामों में फंसने की संभावना है। शायद जोखिम उठाने के लिये यह उपयुक्त समय नहीं है। छोटी मोटी बीमारियां भी लगी रह सकती हैं।

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